tag:blogger.com,1999:blog-3233550623397983703.post4908858801679979077..comments2023-09-19T16:42:05.869+05:30Comments on deehwara--डीहवारा: साम्राज्यवाद बदनाम शब्द हैrajani kanthttp://www.blogger.com/profile/01145447936051209759noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-3233550623397983703.post-32235288922794028532011-04-10T21:40:06.134+05:302011-04-10T21:40:06.134+05:30बड़ा मुश्किल दिखता है फिर से आर्य बन पाना .....सलि...बड़ा मुश्किल दिखता है फिर से आर्य बन पाना .....सलिल भाई ठीक ही कहे हैं ......खाल बड़ी मोटी है. फिर भी हमें आशा नहीं छोड़नी है ....वही तो संबल है जो हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा <br />..........कुछ कबीले हैं........जिन्हें अपनी तलवार पर पूरा भरोसा हैबस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3233550623397983703.post-77743798356206900902011-03-29T20:15:38.025+05:302011-03-29T20:15:38.025+05:30प्रोफ़ैसर साहब, साम्राज्यवाद बदनाम सही, लेकिन कम स...प्रोफ़ैसर साहब, साम्राज्यवाद बदनाम सही, लेकिन कम से कम बाहर भीतर की एकरूपता तो दिखती है मुझे।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3233550623397983703.post-15004896180175371802011-03-27T00:41:48.091+05:302011-03-27T00:41:48.091+05:30आज बदले बदले से स्वर दिख रहे हैं रजनी बाबू!मगर सच्...आज बदले बदले से स्वर दिख रहे हैं रजनी बाबू!मगर सच्चे हैं इसलिए तीखे हैं... जिनके लिए हैं उनकी खाल बड़ी मोटी है... हम तो आए दिन यह खेल देखते हैं और आने वाली सभी नस्ल की तस्वीर की कल्पना करते हैं!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.com