tag:blogger.com,1999:blog-3233550623397983703.post3273567058775416025..comments2023-09-19T16:42:05.869+05:30Comments on deehwara--डीहवारा: अपने बेटे की ओर सेrajani kanthttp://www.blogger.com/profile/01145447936051209759noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-3233550623397983703.post-13853625259981740532011-07-09T01:15:37.473+05:302011-07-09T01:15:37.473+05:30यह कविता स्वयं को जीती है, पढने वाले के अन्दरयह कविता स्वयं को जीती है, पढने वाले के अन्दरAvinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3233550623397983703.post-39855667179092947362011-06-25T12:25:01.541+05:302011-06-25T12:25:01.541+05:30अद्भुत.....अद्भुत.....डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3233550623397983703.post-8235008904218689742011-06-24T22:10:40.289+05:302011-06-24T22:10:40.289+05:30पुत्र पिता का ही अंश भी है और विस्तार भी।
माँ-प...पुत्र पिता का ही अंश भी है और विस्तार भी। <br />माँ-पुत्र पर बहुत कुछ लिखा गया है, उस तुलना में पिता-पुत्र पर बहुत कम पढ़ा है।<br />आप सोचने पर मजबूर कर देते हैं प्रोफ़ैसर साहब।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3233550623397983703.post-55671902899506701022011-06-24T19:58:38.815+05:302011-06-24T19:58:38.815+05:30कविराज,
मेरे दिल के किसी कोने में इक मासूम सा बच्च...कविराज,<br />मेरे दिल के किसी कोने में इक मासूम सा बच्चा,<br />बड़ों की देखकर दुनिया, बड़ा होने से डरता है!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.com